Christmas, Jesus Christ के जन्म की खुशी में मनाया जाता है, Jesus Christ ईसाई धर्म के संस्थापक थे।
क्रिसमस डे क्यों मनाया जाता है
Jesus Christ की जन्मतिथि को लेकर काफी सरे मतभेद है। यहां तक कि ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक बाइबल में भी उनके जन्म की तारीख का कोई ज़िक्र नहीं किया गया है। ईसाई धर्म में प्रचलित कथा के मुताबिक, बहुत समय पहले, Nazareth (नाजरेथ) नामक एक जगह थी जहाँ पर Mary (मरियम) नाम की एक महिला रहती थी। वह Yusuf (यूसुफ) नामक एक आदमी से बेहत प्यार करती थी भगवान ने अपने एक दूत Gabriel (जिब्राईल) को Mary के पास भेजा था। Gabriel ने Mary को बताया कि जो बच्चा उनकी कोख से जन्म लेगा और उस बच्चे का नाम Jesus Christ होगा और वह ऐसा राजा बनेगा, जिसका साम्राज्य असीमित होगा।
जब ये बात Yusuf को पता चली तो उसने Mary से शादी कर ली और शादी के बाद Yusuf और Mary, Bethlehem (बेथहलम) नामक जगह पर चले गये। जब वे वहां पहुंचे तो उन्होंने पाया की वहाँ भीड़ बहुत ज्यादा ही है और उनके रहने के लिए वहाँ कोई जगह नहीं बची है। इसलिए उन्होंने एक जानवरों के खलिहान में रहने का फैसला लिया और वही पर Mary ने पुत्र को जन्म दिया और उसे Jesus Christ (यीशु) नाम दिया गया।
जब Jesus का जन्म हुआ तो आकाश में एक उज्ज्वल सितारे द्वारा संकेतित किया। दुनिया के विभिन्न हिस्सों के बुद्धिमान पुरुषों ने इस सितारे के महत्व को समझ लिया था। उन्होंने Jesus को देखने के लिए और उनके जन्मस्थान तक पहुंचने के लिए उस तारे के द्वारा दिखाऐ गये रास्ते पालन किया। Bethlehem के अन्य हिस्सों में, जहाँ चरवाहे अपने जानवर चरा रहे थे। उन्होंने उस चमकती हुई रोशनी को देखकर अपने जानवरों के साथ उस रोशनी के पास गये और भगवान के पुत्र के दर्शन किये और उन्होंने दुनिया पर पवित्र आत्मा का स्वागत करने के लिए गाने गाये और Jesus के जन्म का आनंद लिया।
क्रिसमस डे पहेली बार कब मनाया गया था
हालांकि, पहले 25 December को Christmas मनाने का रिवाज नहीं था। इस दिन सूर्य की उपासना की जाती थी। इसलिए ईसाइयों के बीच मान्यता थी कि इस दिन सूर्य का पुनर्जन्म होता है और उन्हें Jesus Christ (जीसस क्राइस्ट) के जन्म की वास्तविक तिथि के बारे में पता नहीं था, तो उन्होंने इसी ख़ास दिन को Jesus Christ के जन्मदिन यानी Christmas के रूप में मनाना शुरू कर दिया।
इतिहास के द्वारा देखे तो Pope Sextus Julius Africanus वह पहले व्यक्ती थे, जिन्होंने Christmas की तारीख तय की। उन्होंने साल 221 में Christian Chronography में 25 December का वर्णन किया है। Rome के पहले ईसाई सम्राट Constantine (कॉन्सटेंटाइन) ने भी इसी तिथि को मान्यता दी। Christmas का पहला त्योहार 336 ईस्वी के दौरान Rome में मनाया गया। उसके बाद से इस त्योहार की लोकप्रियता बढ़ती गई और अब यह दुनिया का एक इकलौता एसा त्योहार है, जिसकी छुट्टी लगभग सभी देशों में रहती है। इसे दुनिया के हर देश में हर जाति और वर्ग के लोग इस त्योहार को मनाने लगे हैं।
क्रिसमस डे कैसे बनाते हैं
इस दिन को लोग Jesus Christ मसीह के जन्म का जश्न मनाने के लिए मध्यरात्रि में Church जाते है। Gifts का आदान-प्रदान करते है, कैरल गाते है, नए कपड़े पहनते है और हर्षोल्लास से Christmas मनाते है और Jesus Christ को याद करते हैं।